न्याय व्यवस्था में राजनीति कब तक बाधा होगी?
देश की न्याय व्यवस्था ही किसी हद तक यह तय करती है कि देश कितना सुशासन और विकास की तरफ बढ़ेगा। हम कई दशकों से देखते आ रहे हैं कि हमारे देश की न्याय व्यवस्था में आने वाली देरी देश के न्यायिक संस्थाओं पर प्रश्न करती रही हैं। हम कभी अपने श्रेष्ठ जनों के साथ बैठे तो अक्सर यह सुनने को मिलता है कि अगर किसी जमीन की दीवानी का मुकदमा दायर हो गया है तो उसका फैसला आने वाली तीसरी पीढ़ी सुनेगी। खैर,यह तो एक सिविल केस ही है।